| 1. | अंत में इस मौखिक काव्य को लिपिबद्ध करने का काम वाल्मीकि द्वारा किया गया।
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| 2. | अंत में इस मौखिक काव्य को लिपिबद्ध करने का काम भी वाल्मीकि द्वारा ही किया गया।
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| 3. | इस मौखिक काव्य रचना को रामपुत्र लव-कुश ने कंठस्थ किया एवं वर्षों तक उसे सुनाते रहे।
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| 4. | अंत में इस मौखिक काव्य को लिपिबद्ध करने का काम भी वाल्मीकि द्वारा ही किया गया।
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| 5. | अंत में इस मौखिक काव्य को लिपिबद्ध करने का काम भी वाल्मीकि द्वारा ही किया गया।
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| 6. | इस मौखिक काव्य रचना को रामपुत्र लव-कुश ने कंठस्थ किया एवं वर्षों तक उसे सुनाते रहे।
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| 7. | इस मौखिक काव्य रचना को रामपुत्र लव-कुश ने कंठस्थ किया एवं वर्षों तक उसे सुनाते रहे।
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| 8. | इनके दो ग्रन्थ ” आल्हाखण्ड तथा परमाल रासो ' लोक भाषा के प्रथम मौखिक काव्य माने जाते हैं।
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| 9. | इन के शुरू में एक मौखिक काव्य परंपरा में प्रचारित किया गया खातों, आज ग्रीक मिथकों मुख्यतः ग्रीक साहित्य से जाना जाता है.
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| 10. | इन कथनकों को शुरू में एक मौखिक काव्य परंपरा में फैलाया गया, आज ग्रीक मिथकों को ग्रीक साहित्य से मुख्य रूप से जाना जाता है.
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